अगर आप किसी भी बैंक के खाताधारक हैं तो आपको अपने बैंकिंग आधिकारों के बारे में जरूर पता होना चाहिए ताकि अगर आपका कोई भी काम बैंक में अटकता है या कर्मचारी उसे करने से मना करते हैं तो आप इसकी शिकायत कर सकते हैं | यदि आप इन अधिकारों के बारे में जान लेते हैं और कभी भी बैंक में कोई अधिकारी आपका काम करने से इनकार करता रहता है तो आप उसे अधिकारों के बारे में बताएं वो तुरंत आपका काम कर के देगा |
दोस्तों होता क्या है, ज्यादातर बैंक हमारे देश के जो ग्रामीण इलाकों में हैं वहां के बैंक के कर्मचारी अपनी मनमानी करते रहते हैं | वो बस खाताधारकों से पैसा लेना जानते हैं लेकिन जब निकालने की बारी आती है तो दुनिया भर की समस्याओं को बताकर हमारा पैसा अपने पास सेव रखते हैं |
कहीं बैंक में सर्वर नहीं है तो कहीं लंच टाइम हो गया है तो कहीं वो वाले सर करेंगे वो बोलेंगे की मैं नहीं बल्कि वो वाले करेंगे ऐसा बोल बोल कर घुमाते रहते हैं | कुछ बैंक या कुछ ब्रांच ही ऐसे हैं जहाँ ज्यादातर कर्मचारी कस्टमर्स का काम करने से इनकार करते रहते हैं | जैसे मैं अगर आपको नाम बताऊँ तो इंडियन बैंक, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, ये दो बैंकों से तो आदमी सबसे ज्यादा परेशान रहता है |
लेकिन दोस्तों अगर आप अपने बैंकिंग अधिकारों के बारे में जानते हो तो बैंक का कर्मचारी आपको बार बार घुमा नहीं सकता है | अगर घुमाता है तो आप उसकी शिकायत RBI से कर सकते हैं | तो आज हम इस पोस्ट में आपको बैंक के कुछ इम्पोर्टेन्ट अधिकारों के बारे में बताएँगे |
बैंक में खाताधारकों के होते हैं ये काम | कर्मचारी खाताधारक की पुष्टि करके कोई भी काम करता है |
बैंक में हम अपने पैसे जमा करके रखते हैं और जब तब निकालते और जमा करते रहते हैं | पैसे जमा करने के अलावा बैंक खाते से सम्बंधित और भी काम होते हैं जैसे डेबिट कार्ड के लिए अप्लाई करना या फिर Kyc करवाना, मोबाइल नंबर बदलवाना चैक जारी करवाना ऐसे बहुत सारे काम होते हैं जो एक खाताधारक अपने बैंक से करवाता है और बैंक कर्मचारी को ये करके देना होता है | अगर बैंक का अधिकारी कुछ भी करने से मना करता है या आपको उसके बारे में सही जानकारी नहीं देता है तो आप उसकी शिकायत RBI से कर सकते हैं |
जब आप बैंक से पैसे वगैरह निकालने के लिए जाते हैं तो बैंक कर्मचारी सबसे पहले आपकी पुष्टि करता है की आप वही हैं जो इस खाते का मालिक है या नहीं | पुष्टि हो जाने के बाद ही कर्मचारी आपका काम करता है | ध्यान रखियेगा ऐसा नहीं है कि आप अपने खाते के अलावा किसी दुसरे के खाते का कोई काम बैंक कर्मचारियों से करवा सकते हैं | ये बैंक के नियमों के खिलाफ है | अगर आप ये सोंचे की मेरे पापा बीमार हैं तो आप उनके खाते से पैसे निकाल सकते हैं तो ऐसा बिलकुल भी नहीं हो सकता |
बैंक का कोई भी काम हो उसे करने के लिए खाताधारक होना ही जरूरी है हालाँकि म्रत्यु हो जाने पर पैसे निकालने के कुछ और नियम जो हम किसी दूसरी पोस्ट में जानेंगे |
बैंक में आपके होते हैं ये ये अधिकार |
जाति, धर्म, लिंग, के नाम पर भेदभाव |
कोई भी बैंक आपसे जाति या धर्म, लिंग के नाम पर भेदभाव नहीं कर सकता है | अगर किसी भी बैंक में आपके साथ ऐसा होता है तो आप उसकी शिकायत RBI से कर सकते हैं | शिकायत कैसे करनी है वो आपको आगे जानने को मिलेगा |
कॉन्ट्रैक्ट या पालिसी पर जबरदस्ती सिग्नेचर |
कोई भी बैंक आपसे किसी भी तरह के कॉन्ट्रैक्ट या पालिसी पर जबरदस्ती सिग्नेचर नहीं करवा सकता है | जैसे आज के टाइम पे बहुत सी बैंक जबरदस्ती खाताधारकों को Insurance पालिसी दे रही हैं ऐसे PMJJY, PMSBY ये कुछ पालिसी हैं जो बैंक जबरदस्ती करवा रहा है बिना आपको बताये | अगर कोई बैंक ऐसा करता है तो आप उसकी शिकायत RBI से कर सकते हैं |
ध्यान रखिये बैंक में kyc करवाते समय पालिसी को बिना आपके जानकारी के आपको दिया जा रहा है तो आप जब भी KYC कराएँ तो आप दुसरे फॉर्म को जरूर पढ़ लें | अगर कोई पालिसी है और आप उसे नहीं लेना चाहते तो उस फॉर्म को न भरें और उसे kyc फॉर्म से हटा दें |
आपकी पर्सनल डिटेल्स शेयर |
कोई भी बैंक आपकी पर्सनल इनफार्मेशन को किसी के साथ शेयर नहीं कर सकता है | बैंक में आपका सारा बायो डाटा होता है जैसे आपका नाम पिता का नाम मोबाइल नंबर पता आदि | ये सभी आपकी प्राइवेसी हैं जोकि बैंक किसी के साथ भी शेयर नहीं करता | कोई भी व्यक्ति वहां बैंक में जाकर आपकी डिटेल्स बैंक से नहीं मांग सकता है और न ही बैंक उसे दे सकता है |
चेक कलेक्शन में देरी |
कोई भी बैंक आपकी चेक क्लियर करने में ज्यादा समय नहीं लगा सकता है | चेक क्लियर होने का एक टाइम देता है बैंक उस टाइम से अगर चेक क्लियर होने में एक दो दिन ऊपर होता है तो चलेगा लेकिन अगर महीनों भर समय लग रहा है तो उस केस में आपको आवाज़ उठानी होगी |
बिना कारण बताये लोन रिजेक्ट |
कोई भी बैंक आपको बिना कारण बताये आपका लोन रिजेक्ट नहीं कर सकती है | अगर आपने किसी भी बैंक में किसी तरह के लिए लोन के लिए अप्लाई किया हुआ है और वो अगर रिजेक्ट हो जाता है तो उसमें कोई न कोई कारन भी होगा | कारण न बता पाने से आप शिकायत दर्ज कर सकते हैं |
लंच के नाम पर टरकाना |
ये सबसे बड़ी समस्या है | बैंक के कर्मचारी लंच के नाम पर कस्टमर्स को टरकाते रहते हैं | आपको बरगला नहीं सकता है | सभी बैंकों का लंच टाइम अलग अलग हो सकता है जैसे 1:30 पर या 2:00 पर या फिर 2:30 पर | जब बैंक में लंच का टाइम होता है तो कई बैंकों में कर्मचारी खाताधारकों को लंच के नाम पर घंटों तक बैंक रखते हैं | कई बैंकों में पूरा स्टाफ एक साथ लंच करने के लिए चला जाता है |
जबकि बैंक का जो लंच का नियम होता है वो ये है कि बैंक के कर्मचारी एक एक करके लंच करेंगे सभी एक साथ नहीं कर सकते हैं | ऐसा नहीं है कि पूरा स्टाफ बैंक बंद करके लंच के लिए चला जाए | सभी स्टाफ के लोग 2-3 शिफ्ट में लंच करेंगे ऐसा RBI कह रही है | अगर सभी स्टाफ एक साथ लंच करने जाते हैं तो आप उस ब्रांच में खिलाफ शिकायत दर्ज कर सकते हैं |
शिकायत कहाँ करें |
अगर कोई बैंक का कर्मचारी आपसे बदसुलूकी करता है या आपका काम नहीं करता है या हर रोज कल का बहाना करा देता है तो आप उसकी शिकायत निम्न तरीकों से कर सकते हैं |
1 – शिकायत पुस्तिका में शिकायत करें |
सबसे पहले तो आप अपने बैंक में ही शिकायत करें | हर एक बैंक में एक शिकायत पुस्तिका होती है | या एक बैंक मित्र का काउंटर होता है जहाँ से आप शिकायत पुस्तिका फॉर्म लें फिर लिखित में शिकायत दर्ज करें और उस शिकायत पुस्तिका का फोटो खींच लें | अब बैंक उस पर कारवाही करेगी अगर यहाँ से शिकायत नहीं सुनी जाती है तब दुसरे तरीके को फॉलो करें |
2 – बैंक मैनेजेर से शिकायत करें |
शिकायत पुस्तिका में लिखित शिकायत देने पर कारवाही न होने पर बैंक में बैंक मेनेजर से शिकायत करें | बैंक मेनेजर भी अगर नहीं सुनता है तो अब तीसरे तरीके को फॉलो करें |
3 – ग्रीवेंस रिड्रेसल फोरम |
आप अपने बैंक के टोल फ्री नंबर से ग्रीवेंस रिड्रेसल फोरम का नंबर ले सकते हैं | या फिर आप RBI की वेबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं | यहाँ अगर आप शिकायत करते हैं तो आपकी शिकायत 100% सुनी जायेगी |
4 – बैंकिंग लोकपाल से शिकायत |
यदि आपकी शिकायत पर कहीं भी गौर नहीं किया गया तो उस केस में आपके पास लास्ट चांस बचता है वो है बैंकिंग लोकपाल अगर आपकी कहीं कोई नहीं सुनता है तब आप बैंकिंग लोकपाल से शिकायत दर्ज कर सकते हैं यहाँ आपकी शिकायत पर 110% गौर किया जाएगा और उसका निवारण किया जाएगा |
शिकायत करने से पहले देखें कहीं आप ही गलती तो नहीं कर रहे |
दोस्तों बैंक की या बैंक कर्मचारी की शिकायत करने से पहले आप यह सुनिश्चित कर लें कि कहीं आप की ही गलती तो नहीं यदि ऐसा हुआ तो आपकी उस शिकायत को नहीं सुना जाएगा | जैसे अगर आप पैसा निकलने के लिए गए हुए हैं और बहुत लम्बी लाइन लगी हुई है लेकिन आप पहले ही निकलना चाहता हैं लेकिन अधिकारी मना कर रहा है और आप इस तरह की शिकायत करते हैं तो यह बेकार की शिकायत मानी जाएगी |
जैसे अगर आपका बैंक खाता बंद हो गया और आप उसे चालू करवाना चाहते हैं लेकिन जब आप बैंक वालों से चालू करवाने के लिए कहते हैं तो वो आज कल आज कल करते हैं तो ऐसे केस में आप उसकी शिकायत करें |
जहाँ कस्टमर के कुछ अधिकार होते हैं वहीँ बैंक कर्मचारियों के भी कुछ अधिकार होते हैं तो इसलिए आपको बैंक के नियमों के बारे में भी पता होना चाहिए | जैसे कि कोई सर्विस आप लेना चाहते हैं बैंक से लेकिन आप उस सर्विस के लिए योग्य ही नहीं हैं तो वो सर्विस बैंक आपको नहीं देगा फिर आप शिकायत करेंगे तो शिकायत को नजरंदाज कर दिया जायेगा |
आपको लगता है कि बैंक में आपका काम नहीं किया जा रहा है आपका पैसा फसा है | बैंक वाले आपका मोबाइल नंबर नहीं लिंक कर रहे या आधार कार्ड नहीं लिंक कर रहे हैं तो ऐसे केस में आप बिलकुल शिकायत दर्ज करें |
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