कंप्यूटर या लैपटॉप कोर्स करते समय सबसे पहले क्लास में सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर वाला पाठ ही पढ़ाया जाता है क्योंकि पूरा कंप्यूटर सिस्टम इन्हीं के जरिये वर्क करता है | आज के समय में चाहे कोई विद्द्यार्थी हो या आम आदमी लगभग सभी को कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बारे में अछि तरह पता होना चाहिए क्योंकि अक्सर हमें कंप्यूटर या मोबाइल का उपयोग करते समय ऐसे शब्द सुनने को मिलते रहते हैं |
जरा सोचो अगर आप एक विद्यार्थी हैं और आपसे कोई यह प्रश्न पूछ ले कि कंप्यूटर में उपयोग होने वाले किसी एक हार्डवेयर का नाम बताओ तो शायद आपको अगर पता नहीं होगा तो इस प्रश्न का उत्तर नहीं दे पाएंगे वहीँ अगर आपको पता हो तो फटाक से आप इस प्रश्न का उत्तर दें देंगे |
हार्डवेयर से सम्बन्धित एग्जाम में भी बहुत से प्रश्न आते हैं और अक्सर ऐसे सवाल इंटरव्यू के दौरान भी पूछ लिए जाते हैं | अगर आप किसी बड़े institute में कंप्यूटर कोर्स के लिए एडमिशन करवाने जाते हैं तो वहां पर भी टेस्ट लेते समय इसके बारे में पूछा जा सकता है|
कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर कंप्यूटर कोर्स का सबसे पहला और बेसिक पाठ होता है जिसे जानना बहुत ही जरूरी है |
सॉफ्टवेयर के बारे में मैंने पहले ही बता दिया है अगर आपने अभी तक सॉफ्टवेयर वाला लेख नहीं पढ़ा तो नीचे उन सभी पोस्ट के लिंक दिए गएँ हैं जिनमें सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के बारे में बताया गया है |
आज के इस लेख में आप कंप्यूटर हार्डवेयर के बारे में जानेंगे कि कंप्यूटर हार्डवेयर क्या होते हैं ये कैसे
काम करते हैं ? कंप्यूटर हार्डवेयर के नाम क्या क्या हैं और इन हार्डवेयर के काम क्या होते हैं ? सभी जानकारी आपकी अपनी हिंदी शुद्ध भाषा में मिलेगी |
लेख का अनुक्रम –
– कंप्यूटर के अन्दर और बाहर के हार्डवेयर भाग और उनके काम |
हार्डवेयर क्या होते हैं ?
हार्डवेयर कंप्यूटर और लैपटॉप के बाहरी भाग होते हैं जिन्हें हम देख भी सकते हैं और इन्हें हम छु भी सकते हैं वे सभी हार्डवेयर कहलाते हैं | इसकी परिभाषा कुछ इस प्रकार है ‘ कंप्यूटर हार्डवेयर कंप्यूटर के वे भाग होते हैं जिन्हें छुआ और देखा जा सकता है वे सभी कंप्यूटर हार्डवेयर कहलाते हैं |
हम आम तौर पर जिस कंप्यूटर को देखते हैं वो पूरा कंप्यूटर एक हार्डवेयर सिस्टम से बना हुआ होता है जैसे कंप्यूटर का स्क्रीन जिसे मॉनिटर बोला जाता है वो कंप्यूटर का हार्डवेयर पार्ट है इसी तरह कंप्यूटर में CPU, MOUSE, KEYBOARD आदि कई पार्ट्स होते हैं और ये सभी पार्ट्स को हार्डवेयर कहा जाता है |
जैसे हम मनुष्यों के शरीर के बाहर कुछ अंग होते हैं जैसे आँख , कान, नाक मूंह , हाथ , पैर , उसी तरह कंप्यूटर के भी अंग होते हैं जैसे कीबोर्ड , मॉनिटर ,सीपीयू, माउस , स्कैनर ,प्रिंटर आदि और ये सभी कंप्यूटर में अलग अलग कामों के लिए उपयोग किये जाते हैं इन सभी पार्ट्स को ही हम हार्डवेयर कहते हैं |
अगर आपके कंप्यूटर में हार्डवेयर नहीं होंगे तो आपका कंप्यूटर किसी काम का नहीं जरा सोचो अगरकंप्यूटर में कीबोर्ड न दिया हो तो आप कुछ भी कंप्यूटर में टाइप कैसे करेंगे और अगर आपके कंप्यूटर में मॉनिटर न हो तो कैसे आप कुछ भी देख पाएंगे | कंप्यूटर के सभी अलग अलग प्रकार के हार्डवेयर भाग अपने स्थान पर अपने काम का महत्व रखते हैं |
हम कंप्यूटर या लैपटॉप में जो कुछ भी काम करते हैं वो इन्हीं के जरिये कर पाते हैं जैसे अगर आपको कंप्यूटर में कोई मूवी देखनी है तो इसके लिए सबसे पहले आपको अपने कंप्यूटर में कीबोर्ड और माउस के जरिये किसी वेबसाइट को ओपन करेंगे जैसे YouTube.Com और ओपन करने के बाद आप कीबोर्ड से ही कुछ टाइप करते हुए अपनी पसंदीदा मूवी को ढूंढेंगे और फिर उसे सर्च कर लेने के बाद कंप्यूटर की स्क्रीन पर चलाएंगे तो यहाँ आप एक मूवी देखने के लिए कंप्यूटर के कई हार्डवेयर पार्ट्स का उपयोग करते हुए ही मूवी देख पाएंगे |
यहाँ आपने मूवी देखने के लिए कंप्यूटर के कीबोर्ड माउस और मॉनिटर और इसके अलावा YouTube वेबसाइट का उपयोग किया तो इसमें कीबोर्ड माउस और मॉनिटर कंप्यूटर के हार्डवेयर पार्ट्स हैं और YouTube वेबसाइट एक सॉफ्टवेयर पार्ट है |
हार्डवेयर की परिभाषाएं |
यहाँ इसकी कुछ आसन सी परिभाषाएं उपलब्ध हैं जिन्हें आप पड़कर याद कर सकते हैं या कहीं पर इन्हें नोट कर सकते हैं |
1- हार्डवेयर कंप्यूटर का वह भाग होते हैं जिन्हें हम देख और छु सकते हैं जिसके जरिये हम अपने कंप्यूटर में किसी भी सॉफ्टवेर का इस्तेमाल कर पाते हैं वे सभी हार्डवेयर कहलाते हैं जैसे – कीबोर्ड , माउस , प्रिंटर आदि |
2- कंप्यूटर के वे सभी भाग जो भौतिक हैं और जिनके जरिये हम कंप्यूटर किसी सॉफ्टवेयर पर काम कर पाते हैं वे हार्डवेयर कहलाते हैं |
हार्डवेयर के प्रकार |
हार्डवेयर को मुख्य रूप से दो भागो में बाटा जा सकता है पहला कंप्यूटर के बाहर दिखने वाले हार्डवेयर पार्ट्स और दूसरा कंप्यूटर के अन्दर मौजूद हार्डवेयर भाग जिन्हें बिना कंप्यूटर सिस्टम को खोले हम देख नहीं सकते हैं |
1- कंप्यूटर के अन्दर के हार्डवेयर भाग (Internal Hardware) –
ये वो हार्डवेयर भाग हैं जिन्हें हम आमतौर पर देख नहीं सकते जब तक कि हम अपने कंप्यूटर को नहीं खोलते , जब आप आप कंप्यूटर को खोलेंगे तो उसके अन्दर बहुत सारे पार्ट्स मौजूद होते हैं जैसे Motherboard, Ram, Rom आदि | कंप्यूटर के अन्दर पाए जाने वाले सभी आतंरिक हार्डवेयर के नामों की सूची नीचे दी गयी है |
1- Central Processing Unit (CPU)
2- Ram (Random Access Memory)
3- Rom (Read Only Access Memory)
4- Hard Drive
5- Motherboard
6- Power Supply Unit (PSU)
7- Network card (NIC)
8- Heat sink (Fan)
9- Graphics Card
2- कंप्यूटर के बाहर के हार्डवेयर भाग (External Hardware) –
ये कंप्यूटर सिस्टम के वो वाले भाग होते हैं जिन्हें हम देख भी सकते हैं और छु भी सकते हैं इन्हें इंग्लिश में Physical components (फिजिकल कंपोनेंट्स) कहा जाता है | नीचे कुछ कंप्यूटर के External Hardware Parts ( बाहरी हार्डवेयर भाग ) की सूची उपलब्ध है |
1- Keyboard
2- Mouse
3- Monitor
4- Printer
5- Scanner
6- Speaker
7- Pen Drive
कंप्यूटर के अन्दर और बाहर के हार्डवेयर भाग और उनके काम|
जैसा कि उपर आपको बताया गया कि कंप्यूटर हार्डवेयर मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं पहला कंप्यूटर के अन्दर वाले हार्डवेयर पार्ट्स और दूसरा कंप्यूटर के बाहर वाले हार्डवेयर पार्ट्स तो यहाँ पर दोनों प्रकार के हार्डवेयर के काम अलग अलग होते हैं यहाँ पर हम आपको पहले कंप्यूटर के अन्दर मौजूद हार्डवेयर के नाम और उनके काम के बारे में बताएँगे उसके बाद आपको कंप्यूटर के बाहर के सभी हार्डवेयर पार्ट्स के नाम और उनके काम के बारे में बताया जायेगा |
कंप्यूटर के अन्दर के हार्डवेयर भाग और उनके काम (Internal Hardware) |
1- Central Processing Unit (CPU) – यह हार्डवेयर कंप्यूटर के अन्दर मौजूद कंप्यूटर का महत्वपूर्ण भाग होता है इसका काम कंप्यूटर के सभी हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर और यूजर्स तथा इनपुट डिवाइसों से मिले डेटा एवं निर्देशों को संभालना है, और उसे प्रोसेस करके परिणाम उपलब्ध कराना है | जैसे आप खाना खाते हैं तो खाना खाने के लिए हाथ मूंह का इस्तेमाल करते हैं जब खाना पेट में चला जाता है तो वो पचने लगता है , तो यहाँ पर पाचन क्रिया एक तरह का प्रोसेस है जिसका रिजल्ट पॉटी करने के बाद मिलेगा| जब आप अपने कंप्यूटर में कोई सॉफ्टवेयर ओपन करते हैं या इन्टरनेट पर कुछ भी सर्च करते हैं तो इन सबका रिजल्ट प्रोसेसिंग होने के बाद ही मिलता है और इस क्रिया को कंप्यूटर के अन्दर मौजूद CPU हार्डवेयर पार्ट करता है |
2- Ram (Random Access Memory) – रैम (Ram) एक प्रकार की मेमोरी होती है| यह कंप्यूटर के मदर बोर्ड में लगे प्रोसेसर के पास ही लगी होती है जब भी हम अपने मोबाइल और कंप्यूटर में किसी सॉफ्टवेयर पर काम करते हैं तो वो रैम में ही खुलता है जैसे हम अपने मोबाइल में YouTube App खोलते हैं और उसमें वीडियोस देखते हैं तो जो YouTube App होता है वो स्मार्ट फ़ोन के स्टोरेज में सेव रहता है लेकिन जब आप उसे खोलते हैं तो वो रैम में खुलता है इसलिए कहा जाता है कि जितनी ज्यादा रैम होगी आप उतने ही ज्यादा सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर पाएंगे और स्मार्ट फ़ोन और कंप्यूटर बिलकुल भी हैंग नहीं करेगा |
3- Rom (Read Only Access Memory) – यह कंप्यूटर में केवल डाटा को पढ़ा जाता है जैसे हम मोबाइल में डायल पेड से 1 दबाते हैं तो एक ही दबता है ऐसा नहीं कि आपने एक नंबर दबाया और वहां 6 डायल हो जाए ऐसा इसलिए क्योंकि इसको बनाने वाली कंपनी ने उसकी रोम में ये सेव कर दिया है कि पर्टिकुलर बटन को दबाने पर एक ही लिखकर आना चाहिए तो रोम केवल कंप्यूटर और मोबाइल में डाटा को पढता है|
4– Hard Drive (हार्ड ड्राइव ) – यह कंप्यूटर का एक स्टोरेज होता है जो किसी भी डाटा को लम्बे समयतक सेव करके रखता है जैसे स्कूल कॉलेज की लाइब्रेरी में रजिस्टर और पुस्तकें आदि रखी रहती हैं उसी तरह हार्ड ड्राइव में कंप्यूटर में मौजूद बहुत सी फ़ाइलें और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर स्टोर रहते हैं|
5– Motherboard (मदर बोर्ड ) – यह कंप्यूटर का सबसे मुख्य भाग होता है इसमें सभी कंप्यूटर के इन्टरनल भाग जुड़े हुए रहते हैं |
अभी और भी कंप्यूटर के इन्टरनल हार्डवेयर पार्ट्स हैं जिनके बारे में फिर कभी जानेगे फ़िलहाल के लिए ये कुछ मुख्य इन्टरनल हार्डवेयर थे |
कंप्यूटर के बाहर के हार्डवेयर भाग और उनके काम (External Hardware) |
1- इनपुट डिवाइस (Input Device) – यह वे कंप्यूटर के वे हार्डवेयर पार्ट हैं जिनके द्वारा कंप्यूटर में कोई डाटा डाला जाता है | इनपुट डिवाइस के जरिये ही कंप्यूटर पर कुछ भी काम किया जा सकता है | इनके उपयोग से ही एक यूजर कंप्यूटर से संपर्क बना पाता है| कुल मिलाकर आप इनके जरिये कंप्यूटर को कण्ट्रोल और उससे संवाद कर पाते हैं| जैसे कीबोर्ड , माइक्रोफोन ,माउस स्कैनर ,आदि | इनमें से कीबोर्ड के जरिये कंप्यूटर में कुछ भी लिखा जाता है और माउस के जरिये किसी विकल्प पर क्लिक किया जाता है इसके अलावा माइक्रोफोन के जरिये ऑडियो को रिकॉर्ड किया जाता है और स्कैनर से किसी फाइल को स्कैन किया जाता है | इनपुट डिवाइस के नाम – कीबोर्ड, मॉनिटर , माउस , स्कैनर आदि |
2– आउटपुट डिवाइस (Output Device)- यह वे कंप्यूटर के हार्डवेयर पार्ट्स हैं जो हमें कंप्यूटर में किये जाने वाले काम का रिजल्ट देते हैं जैसे जब आप कंप्यूटर में गोई गाना बजाते हैं तो उसका विडियो कंप्यूटर की स्क्रीन जिसे मॉनिटर कहते हैं उस पर चलता है और उस गाने का जो ऑडियो है वो स्पीकर के जरिये सुनाई देता है | यानी आप जो भी निर्देश कंप्यूटर में देते हैं उसका रिजल्ट हमें कंप्यूटर के आउटपुट डिवाइस के जरिये मिलता है | आउटपुट डिवाइस के नाम – मॉनिटर , प्रिंटर ,स्पीकर , हैडफ़ोन आदि |
3- प्रोसेसिंग डिवाइस (Processing Device) – जब आप किसी इनपुट डिवाइस से कंप्यूटर में डेटा भेजते हो तो वो प्रोसेस होता है उसके बाद उसका रिजल्ट आउटपुट devices के जरिये मिलता है यानि इनपुट और आउटपुट डिवाइस के बीच का जो काम होता है वो प्रोसेसिंग डिवाइस के जरिये ही होता है| प्रोसेसिंग डिवाइस के नाम – CPU,(सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट ),GPU (Graphics Processing Unit), And Network Card आदि |
हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में अंतर |
वैसे तो जब आप सॉफ्टवेयर के बारे में पढेंगे तो आपको सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर में क्या अंतर होता है इसके बारे में खुद पता लग जायेगा लेकिन फिर भी यहाँ पर हम आपको मौटेतौर पर कुछ मुख्य हार्डवेयर और सॉफ्टवेर के बीच के अंतर के बारे में बता देते हैं|
1- हार्डवेयर कंप्यूटर के भौतिक भाग होते हैं जिन्हें देखा जा सकता है और छुआ भी जा सकता है जबकि सॉफ्टवेर कंप्यूटर में इन्सटाल्ड ऐसे प्रोग्राम होते हैं जो न तो देखे जा सकते हैं और न ही छुए जा सकते हैं|
2- हार्डवेयर को भौतिक सामग्रियों और कंपोनेंट्स से बनाया जाता है जबकि सॉफ्टवेयर को कंप्यूटर प्रोग्रामिंग भाषाओँ के जरिये बनाया जाता है |
3- अगर हार्डवेयर ख़राब हो जाता है तो इसे रिपेयर करवाया जा सकता है जबकि अगर सॉफ्टवेयर में कोई प्रॉब्लम आती है तो इसे दुबारा इंस्टाल किया जा सकता है |
4- हार्डवेयर पर कंप्यूटर वायरस का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है जबकि सॉफ्टवेयर पर कंप्यूटर वायरस का प्रभाव पड़ता है |
5- हार्डवेयर के बिना कंप्यूटर किसी काम का नहीं जबकि सॉफ्टवेयर न हो तो कंप्यूटर चल तो सकता है लेकिन कई एरर उत्पन्न करेगा और कोई भी काम बिना सॉफ्टवेयर के हो ही नहीं पायेगा |
हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों एक साथ कैसे काम करते हैं?
कंप्यूटर में हार्डवेयर और सॉफ्टवेर के जरिये ही किसी काम को किया जा सकता है इसलिए इन दोनों के होने से ही कंप्यूटर एक कंप्यूटर है अगर कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर नहीं होंगे तो कंप्यूटर एक खाली डब्बे के सामान होगा | जब आप कंप्यूटर के किसी इनपुट हार्डवेयर पार्ट के जरिये कंप्यूटर में मौजूद किसी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हैं तभी कंप्यूटर पर कोई भी काम किया जा सकता है इसलिए इन दोनों का आपस का अपना एक खून का रिश्ता है | एक तरीके से आप हार्डवेयर को सॉफ्टवेयर का घर समझ सकते हैं|
निष्कर्ष –
यह लेख हार्डवेयर के बारे में था , इस लेख में आपने हार्डवेयर से जुडी हुई कई जानकारियां पढ़ीं जैसे हार्डवेयर क्या होते हैं और इनका उपयोग कैसे क्या किया जाता है ? इसके अलावा हार्डवेयर के प्रकार और उनके काम ऐसे कई प्रश्नों के उत्तर आपको इस लेख के जरोये मिले, यहाँ सब कुछ आपको अपनी हिंदी शुद्ध और सरल भाषा में पढने को मिला यही चीज अगर आप किसी हिंदी बुक में पढेंगे तो वहां इस प्रकार की जानकारी को समझने आपको काफी समय लगेगा लेकिन हमारा और हमारी टीम का प्रयास हमेशा से यही रहता है कि आपको हमारे Tech Sidd ब्लॉग पर सब कुछ शुद्ध और सरल हिंदी भाषा में पढने को मिले | धन्यबाद ||
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