हेल्लो दोस्तों , क्या आप Retail Banking के बारे में जानते हैं ? अगर आप किसी बैंक के खाताधारक हैं तो आपको Retail Banking क्या होती है इसके बारे में पता होना चाहिए अगर आप नहीं जानते हैं कि Retail Banking होती क्या है ? तो इस पोस्ट को पूरा पढ़िए समझ में आ जायेगा कि Retail Banking क्या होती है ?
दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम जानने वाले हैं –
1- Banking क्या होती है ?
2 – Retail Banking क्या होती है ?
3- Retail Banking के लाभ –
4- Retail Banking के द्वारा दी जाने वाली सर्विसेज –
अगर आप अपने बैंक की नेट Banking सर्विस यूज़ करते हैं तो आपने वेबसाइट के Login पेज पर Retail Bankingया फिर पर्सनल Bankingलिखा हुआ देखा होगा तो उस Retail Banking या पर्सनल Banking का मतलब क्या होता है वो आज हम जानने वाले हैं |
सबसे पहले हम जान लेते हैं की Banking क्या होती है ?
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Banking क्या है ? (banking kya hai ?)
बैंकों के अन्दर जो भी काम काज किये जाते हैं वो Banking कहलाते हैं जैसे किसी ग्राहक का खाता खोलना या उसके पैसे Withdraw करना या आदि Banking कहलाता है और साथ ही साथ कोई costomer जिसका खाता है वो जितने भी काम अपने खाते से सम्बंधित करता है वो भी Bankingही कहलाता है | जैसे खाते का बैलेंस चेक करना , खाते में पैसे जमा करना , पैसे निकालना आदि Bankingकहलाता है |
तो ये तो बात हो गयी Banking कि उम्मीद है आप Banking क्या होती है समझ गए होंगे अब हम जानेंगे की Retail Banking क्या होती है ? तो चलिए जान लेते हैं |
Retail Banking क्या होती है ? (retail banking kya hoti hai ?)
Retail Bankingवह Banking सर्विस होती हो जो किसी व्यक्ति को दी जाती है| किसी Indivisiual को , किसी costomer की दी जाने वाली Banking सर्विस Retail Banking कहलाती है जैसे बैंक अपनी सर्विस को किसी Sallired व्यक्ति को देता है , या किसी पेंसनर को देता है या पैसे सेव करने वाले लोगो को देता है तो वो होता है Retail Banking|
इस Banking का उपयोग खासतौर रोजमर्रा जिंदगी में कमाने वाले लोग करते हैं वे अपने पैसे को Retail Bankingमें सेव रखते हैं और सेव किये गए पैसों पर इंटरेस्ट भी पाते हैं |
सेविंग खाता खुलवाना , सेविंग अकाउंट में दी जाने वाली सर्विसेज जैसे एटीएम डेबिट कार्ड का उपयोग ये सब Retail Banking कहलाता है |
होम लोन लेना , कार लोन लेना , पर्सनल लोन लेना ये भी Retail Banking ही है |
तो अब तक आप ये समझ गए होंगे की Retail Bankingक्या होती है ? अब हम Retail Bankingके लाभों के बारे में जान लेते हैं |
Retail Bankingके लाभ –
1- Saving Deposite पर अच्छा इंटरेस्ट मिलता है | आप अपने बैंक खाते में जो भी पैसा जमा करते है उस पर ब्याज दर अछि मिलती है जैसे अभी के टाइम पर पंजाब नेशनल बैंक अपने ग्राहकों को सेविंग डिपाजिट पर २.९० फीसदी ब्याज दे रहा है तो अगर आपके PNB सेविंग खाते में 100000 रूपए डिपाजिट है तो तीन महीने में आपको 714 रूपए ब्याज के मिलेंगे |
2- Retail Banking में रिस्क बहुत कम होता है मतलब अगर आप बैंक में पैसे जमा किये हुए हैं और किसी कारण से बैंक घोटाले में चला जाता है तो सरकार इसकी पूरी जिम्मेदारी लेती है , लोगो के पैसे लोगो को वापस कर देती है |
3 – Middle class लोगो के लिए Retail Banking बेस्ट होता है क्यूंकि यह उनकी इनकम को बढाता रहता है |
4- Retail Bankingमें छोटे छोटे लोन लेना आसान है और इस लोन पर ब्याज भी कम लिया जाता है जैसे होम लोन लेना , कार लोन लेना या Personal loan लेना | 30-40 लाख तक के लोन Retail Bankingमें लिए जा सकते हैं |
5- Retail Bankingमें लोगो को बहुत सी सर्विसेज मिल जाती है जैसे एटीएम कार्ड डेबिट कार्ड , नेट Banking, आदि |
और भी बहुत सारे लाभ हैं Retail Bankingके पर ये कुछ मुख्य लाभ मैंने आपको बताये हैं | अब हम जान लेते हैं कि Retail Banking के अंतर्गत कौन कौन सी सर्विसेज दी जाती हैं |
Retail Bankingके अंतर्गत दी जाने वाली सर्विसेज –
1 – ATM कार्ड डेबिट कार्ड – Retail Banking के अंतर्गत खाताधारक को एक एटीएम कार्ड और डेबिट कार्ड दिया जाता है जिसका उपयोग ग्राहक पैसे निकलने बैलेंस चेक करने आदि कामो के लिए कर सकता है |
2 – Net Banking– खाता धारक को नेट Banking सर्विस भी दी जाती है जिसकी मदद से वो अपने अकाउंट को Online मेंटेन कर सकता है |
3 – लोन सुविधा – Retail Banking में लोन फैसिलिटी में होम लोन कार लोन पर्सनल लोन जैसी सुविधाए मिल जाती है जिससे वो लोन ले सकते हैं और अपना फसा हुआ काम निकाल सकते हैं |
4- क्रेडिट कार्ड – Retail Banking में लोगो को क्रेडिट कार्ड भी मिल जाता है जिससे उनके खाते में पैसे न होने पर भी वे खाते से पैसे निकाल सकते हैं , Credit cardसे निकले गए पैसो का सही समय पर भुगतान करने पर कोई भी एक्स्ट्रा चार्ज नहीं देना पड़ता है |
5 – Overdraft – खाते में कम बैलेंस होने पर भी ज्यादा बैलेंस निकाल सकते हैं | यह बैंक तय करता है की किसको कितना लिमिट तक Overdraft दिया जायेगा |
अंतिम निष्कर्ष –
हम और आप जो बैंक खाता यूज़ करते हैं वो Retail Bankingके अंतर्गत ही आता है इसी खाते में दी जाने वाली सभी सर्विसेज Retail Bankingसर्विसेज होती हैं | Retail Banking कॉर्पोरेट Bankingसे छोटी Bankingसेवा है कॉर्पोरेट Banking बड़े बड़े व्यवसायों के लिए होती है जिसमें बड़े बड़े लेन देन हुआ करते हैं जैसे करोड़ों का लेन देन और करोड़ों का लोन लेना ये सब कॉर्पोरेट Banking के अंतर्गत आता है |
तो दोस्तों आज के इस पोस्ट में आपने जाना कि Retail Banking क्या होती है और इसके क्या लाभ है इसके अंतर्गत कौन कौन सी सर्विसेज आती हैं और भी बहुत कुछ जाना | उम्मीद है इस पोस्ट में दी गयी जानकारी आपको समझ में आई होगी | अब आप हमें कमेंट ये जरूर बताइए की Retail Bankingमें कौन कौन सी सर्विसेज आती हैं किन्ही दो नाम को ज्जरूर बताना |
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